गर्भावस्था में पायस (Leucorrhoea) का घरेलू इलाज – बिना दवा के असरदार उपाय
गर्भावस्था के दौरान पायस या सफेद पानी की समस्या आम होती है। हालांकि यह सामान्य स्थिति हो सकती है, लेकिन यदि यह अधिक मात्रा में या बदबूदार हो तो संक्रमण का संकेत हो सकता है। आज हम जानेंगे कुछ ऐसे असरदार घरेलू नुस्खे जो इस समस्या से बिना दवा के राहत दिला सकते हैं।
पायस (Leucorrhoea) के संभावित कारण
- हार्मोनल बदलाव
- गर्भावस्था में बढ़ी ब्लड फ्लो
- प्रजनन अंगों में संक्रमण
- अनहाइजीनिक अंडरगारमेंट्स
घरेलू इलाज जो तुरंत असर करें
- मेथी दाना पानी: एक चम्मच मेथी रातभर भिगोकर सुबह उबालें और छानकर पी लें।
- धनिया का काढ़ा: 1 चम्मच धनिया बीज को रातभर भिगोएं और सुबह पी जाएं।
- आंवला पाउडर: एक चम्मच आंवला पाउडर शहद के साथ सुबह लें।
- कच्चा केला और मिश्री: कच्चे केले का सेवन मिश्री के साथ दिन में करें।
- नीम की पत्तियां: उबालकर उस पानी से योनि की सफाई करें।
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गर्भवती महिलाओं के लिए जरूरी सावधानियां
- साफ-सुथरे कॉटन अंडरगारमेंट्स पहनें
- गर्म पानी से सफाई करें, साबुन से नहीं
- चीनी और तली चीजों से परहेज करें
- डॉक्टर से नियमित चेकअप कराएं
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. क्या पायस गर्भावस्था में खतरे का संकेत है?
सामान्य रूप में नहीं, लेकिन बदबू या खुजली हो तो डॉक्टर से संपर्क करें।
2. घरेलू उपाय कितने दिन में असर दिखाते हैं?
लगभग 3–5 दिन में असर महसूस हो सकता है, पर नियमितता जरूरी है।
3. क्या पायस को पूरी तरह रोका जा सकता है?
नहीं, लेकिन इसे कंट्रोल और साफ-सफाई से काफ़ी हद तक रोका जा सकता है।
Disclaimer: यह जानकारी केवल शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए है। किसी भी घरेलू उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें, विशेषकर गर्भावस्था में।
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